Friday, January 11, 2013

पहाड़ों को हिला देने में सक्षम परमवीरों - योद्धाओं का राष्ट्र।

किन्तु कमजोर सरकार। हमारी सरकार, चाहे किसी पार्टी-नेता की हो, पाक में खौफ पैदा कर सके यह असंभव ही है। किन्तु करना ही होगा। अटल बिहारी वाजपेयी से मनमोहन सिंह तक ने ऐसा कुछ नहीं किया। इसीलिए तो मुंबई 26/11 हुआ। इसीलिए मेंढर में सिर काट दिया। इसीलिए तो माओवादी हमारे जिस्म में बम रखने लगे। नो मैन्स लैंड! वास्तव में। नियंत्रण रेखा पर भी ‘नो मैन्स लैंड’ होता है। जवान के जिस्म में बम रखने का दृश्य भी जिस मशहूर हॉलीवुड फिल्म से हैं- उसका नाम भी ‘नो मैन्स लैंड’। और नेतृत्व के अभाव का अहसास भी तो हमें ‘नो मैन्स लैंड’ बना देता है।